Gold Shopping Tips: धनतेरस पर खरीदना है सोना, सोना खरीदते समय ये गलती पड़ सकती है भारी, रखें इन बातों का ध्यान, चेक करें HUID नंबर

Gold Shopping Tips: धनतेरस के अवसर पर सोना-चांदी खरीदना काफी शुभ माना जाता है । आखातीज के बाद धनतेरस और दिवाली पर सबसे ज्यादा सोने-चांदी के आभूषण बिकते है । धनतेरस और दिवाली के त्योहार पर भारत मे सोने की खरीददारी सबसे ज्यादा होती है । त्योहारी सीजन मे ही सबसे ज्यादा सोना खरीदा जाता है । सोने की खरीददारी करते समय लोगों को बहुत सारी चीजों का ध्यान रखना पड़ता है ।

Gold Shopping Tips
Gold Shopping Tips

इस साल धनतेरस 10 नवंबर 2023 और दिवाली का त्योहार 12 नवंबर 2023 को है । इस त्योहारी सीजन पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है । त्योहारी सीजन के बाद शादी-विवाहों का सीजन शुरू हो जाएगा । इसी वजह से लोग ज्वैलर्स की दुकानों पर सुबह से लेकर रात तक ग्राहकों की भीड़ लगी रहती है। अगर आप भी इस त्योहारी सीजन मे सोना खरीद रहे है तो कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए ताकि आप किसी भी तरह की धोखधड़ी से बच सकें

कितने कैरेट का है सोना, ऐसे करें पहचान

अगर आप सोना खरीद रहे है और आपको ये पता नहीं सोना कितने कैरेट का है ? ये आप उस पर लिखे अंकों से आसानी से जान सकते है । 24 कैरेट का सोना सबसे शुद्ध सोना माना जाता है । लेकिन इसके आभूषण नहीं बनते है । आभूषणों के लिए ज्वेलर्स 22 कैरेट सोने का इस्तेमाल करते है । जिसमे 91 प्रतिशत शुद्ध सोना होता है । सभी कैरेट का हॉलमार्क अंक अलग-अलग होता है ।

Join WhatsApp GroupJoin Now

24 कैरेट सोने मे 99.9% शुद्ध सोना होता है जिस पर 999 अंक लिखा होता है । 22 कैरेट के सोने में लगभग 91 प्रतिशत शुद्ध सोना होता है. इस पर 916 अंक लिखा होता है. 18 कैरेट सोने में 75 फीसदी सोना होता है और बाकी अन्‍य धातुएं होती हैं. इस पर 750 लिखा होता है. वहीं 14 कैरेट सोने की बात करें तो इसमें 58.3 फीसदी शुद्ध सोना होता है, बाकी अन्‍य धातुओं का मिश्रण होता है. 14 कैरेट के लिए 585 नंबर का इस्‍तेमाल किया जाता है.

HUID सोना ही खरीदे

सोना खरीदते समय ग्राहक हमेशा HUID हॉलमार्क वाला सोना ही खरीदे । हॉलमार्क वाले सोने को सबसे प्रमाणित सोना माना जाता है । भारत सरकार ने सोने के सभी आभूषणों पर HUID हॉलमार्क अनिवार्य कर दिया है । HUID का मतलब Hallmark Unique Identification number होता है और ये 6 अंकों का होता है ।

हॉलमार्क विशिष्ट पहचान (एचयूआईडी) संख्या छह अंकों का अल्फ़ान्यूमेरिक कोड है जिसमें संख्याएं और अक्षर शामिल होते हैं। हॉलमार्किंग के समय आभूषण के प्रत्येक टुकड़े को एचयूआईडी दिया जाएगा और यह आभूषण के प्रत्येक टुकड़े के लिए अद्वितीय है। आभूषणों पर परख और हॉलमार्किंग केंद्र में मैन्युअल रूप से अद्वितीय संख्या की मुहर लगाई जाती है।

BIS Care App से जांचें HUID हॉलमार्किंग

BIS Care App की मदद से आप आसानी से सोने की हॉलमार्किंग को जांच सकते हैं। इसके लिए आपको ज्वेलरी के HUID नंबर की जांच करनी होगी। ये नंबर आप उस स्‍टोर से पता कर सकते हैं, जहां आप गोल्‍ड खरीदने जा रहे हैं। HUID का मतलब है हॉलमार्क यूनिक आइडेंटिफिकेशन नंबर । हॉलमार्क विशिष्ट पहचान (एचयूआईडी) संख्या छह अंकों का अल्फ़ान्यूमेरिक कोड है जिसमें संख्याएं और अक्षर शामिल होते हैं। जब किसी ज्‍वेलरी की हॉलमार्किंग की जाती है तो उसे एक HUID नंबर अलॉट किया जाता है. HUID नंबर कभी भी दो ज्‍वेलरी पर नहीं होता.

Read Also: PM Kisan Yojana KYC Kaise Kare पीएम किसान योजना की 15वीं किस्त से पहले कर ले ये काम । जाने पीएम किसान योजना केवाईसी कैसे करे ?

हॉलमार्क में 3 चिन्ह होते हैं जो आपको कुछ जानकारी देते हैं। इसमें पहला प्रतीक बीआईएस लोगो है, दूसरा प्रतीक पवित्रता और सुंदरता को दर्शाता है और तीसरा प्रतीक एचयूआईडी है। सोने का कोई भी आभूषण खरीदने से पहले आपको इन तीनों चिन्हों को देखना होगा।

Gold Shopping Tips : ये बातें भी रखें ध्‍यान

सोना खरीदने से पहले उसकी मौजूदा कीमत जरूर जांच लें। शुद्ध सोना 24 कैरेट का जरूर होता है, लेकिन आभूषण 14, 18 और 22 कैरेट सोने से ही बनते हैं। हर कैरेट का अलग मतलब होता है. जब भी आप सोना खरीदने जाएं तो कैरेट के अनुसार सोने की कीमत जरूर जांच लें।

कई बार ज्वैलर्स आपसे नकद भुगतान करने के लिए कहते हैं, लेकिन उनकी सलाह में न पड़ें। नकद भुगतान करने से बचें और जो भी आभूषण खरीदें उसकी रसीद अवश्य लें।

अक्सर लोग सोना खरीदते समय शुद्धता का सर्टिफिकेट नहीं मांगते, लेकिन ऐसी गलती भी न करें। सोने के आभूषण और उसमें लगे रत्नों के लिए प्रमाण पत्र अवश्य प्राप्त कर लें। इसके अलावा अगर आपने निवेश के लिए सोना खरीदा है तो ज्वैलर से रीसेलिंग पॉलिसी के बारे में भी जान लें।

ऐसे में त्योहार के दिनों में हर किसी को सोना खरीदने की जल्दी रहती है। भीड़ और हड़बड़ी के कारण ग्राहक सोना खरीदते समय दुकानदार से ज्यादा बात नहीं कर पाते और न ही ठीक से हिसाब-किताब कर पाते हैं। जो भी दिया जाता है, मानों दीपक लेकर घर आते हैं। लेकिन ये ग़लत है. कई बार ज्वैलर्स इसका फायदा उठाते हैं.

ज्वैलर्स आपको 22 कैरेट सोना बताते हैं और आपको कम कैरेट सोना देते हैं। साथ ही वे यह कहकर बिल नहीं देते कि बिल लेना है तो जीएसटी देना होगा।

इस वेबसाइट पर आपको सरकारी नौकरी, शिक्षा समाचार, सरकार की सभी योजनाएं सभी ब्रेकिंग न्यूज़ की अपडेट सबसे पहले उपलब्ध करवाई जाती है। अभी हमारे व्हाट्सप्प ग्रुप से जुड़े: Click Here

Join Telegram Group (55K+)Join Now